सावन सोमवार 2025

सावन सोमवार 2025: राशि अनुसार शिव पूजा के 15 अचूक उपाय

सावन सोमवार 2025: सम्पूर्ण जानकारी और राशि अनुसार उपाय

सावन, हिन्दू पंचांग के अनुसार, भगवान शिव की आराधना का सबसे शुभ और फलदायक महीना माना जाता है। यह माह भगवान शिव को प्रसन्न करने, पापों से मुक्ति पाने और इच्छाओं की पूर्ति का अद्भुत समय होता है। सावन में प्रत्येक सोमवार का विशेष महत्व होता है जिसे “श्रावण सोमवार” कहा जाता है। जो भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और शिव पूजन करते हैं, उनके सारे कष्ट कटते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

सावन 2025 में कुल चार सोमवार होंगे। यदि आप अपनी राशि के अनुसार इन सोमवारों पर खास उपाय करें, तो इसका फल कई गुना बढ़ जाता है। आइए विस्तार से जानते हैं सावन सोमवार की तिथियां, व्रत विधि और राशि अनुसार उपाय।

सावन सोमवार 2025 की तिथियां

सावन 2025 (उत्तर भारत में पूर्णिमांत पंचांग अनुसार) शुरू होगा 11 जुलाई 2025 से और समाप्त होगा 9 अगस्त 2025 को। इस दौरान चार सोमवार पड़ेंगे:

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  1. 14 जुलाई 2025 – पहला सोमवार
  2. 21 जुलाई 2025 – दूसरा सोमवार
  3. 28 जुलाई 2025 – तीसरा सोमवार
  4. 4 अगस्त 2025 – चौथा सोमवार

इन चारों सोमवारों पर विशेष व्रत और पूजा करने से जीवन की सभी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। अब जानते हैं कि किस राशि के व्यक्ति को क्या उपाय करना चाहिए।

राशि अनुसार सावन सोमवार के विशेष उपाय (Rashi-wise Remedies)

मेष (Aries)

उपाय: प्रत्येक सोमवार को गंगाजल और शहद मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। लाल पुष्प चढ़ाएं और “ॐ नमः शिवाय” का 108 बार जाप करें। साथ ही हर सोमवार रुद्राक्ष की माला पहनें और लाल वस्त्र में मंदिर जाएं।

लाभ: मानसिक शांति, करियर में सफलता और आत्मबल की वृद्धि। कोर्ट केस और सरकारी अड़चनों से राहत मिलती है।

 वृषभ (Taurus)

उपाय: सफेद चंदन से शिवलिंग का तिलक करें। दूध और चावल से अभिषेक करें। सफेद कपड़े और शक्कर का दान करें। सोमवार को स्फटिक माला से शिव का नाम लें और मिश्री मिश्रित जल से शिवलिंग स्नान कराएं।

लाभ: पारिवारिक सुख, वैवाहिक जीवन में मधुरता और संपत्ति में वृद्धि। संतान सुख और मानसिक शांति प्राप्त होती है।

 मिथुन (Gemini)

उपाय: दूर्वा और तुलसी जल में मिलाकर अभिषेक करें। हरे वस्त्र पहनें और कलम-किताब का दान करें। विद्यार्थियों को स्टेशनरी बाँटें और शिव पंचाक्षरी मंत्र का जाप करें।

लाभ: शिक्षा, बुद्धि और व्यापार में उन्नति। मानसिक द्वंद और निर्णय की असमर्थता दूर होती है।

कर्क (Cancer)

उपाय: जल और दूध से शिवलिंग पर अभिषेक करें। चावल और चांदी का दान करें। रुद्राष्टक का पाठ करें। सफेद पुष्प और खीर का भोग अर्पित करें।

लाभ: मानसिक तनाव दूर होगा, घर में शांति आएगी। पुरानी बीमारियों से राहत मिलती है।

 सिंह (Leo)

उपाय: शमी के पत्ते और लाल चंदन चढ़ाएं। गुड़ और गेहूं का दान करें। सूर्य मंत्र का जाप करें। सूर्य को अर्घ्य देने के बाद शिव पूजन करें।

लाभ: राजयोग, नौकरी में प्रमोशन और मान-सम्मान में वृद्धि। राजनीतिक सफलता और समाज में प्रतिष्ठा बढ़ती है।

 कन्या (Virgo)

उपाय: जल में केसर मिलाकर अभिषेक करें। हल्दी और नारियल चढ़ाएं। शिव चालीसा का पाठ करें। मिट्टी के पात्र में जल भरकर शिवलिंग पर धारा बनाएं।

लाभ: रोगों से मुक्ति और मानसिक स्थिरता। वैवाहिक और दांपत्य जीवन में सुधार होता है।

तुला (Libra)

उपाय: मिश्री और दही से अभिषेक करें। सफेद वस्त्र और मिठाई का दान करें। शांत वातावरण में शिव ध्यान करें। रात में 21 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।

लाभ: वैवाहिक जीवन में सुख और कोर्ट केस में सफलता। रिश्तों में सामंजस्य आता है।

 वृश्चिक (Scorpio)

उपाय: लाल फूल, लाल वस्त्र और जल से शिवलिंग का अभिषेक करें। लाल मसूर की दाल का दान करें। रुद्राभिषेक के साथ अपने क्रोध को शांत करने का संकल्प लें।

लाभ: शत्रुओं से छुटकारा और आत्मबल की वृद्धि। साहस, निर्णय क्षमता और आत्मविश्वास बढ़ता है।

 धनु (Sagittarius)

उपाय: केसर, दूध और पीले पुष्प से अभिषेक करें। गरीब बच्चों को किताबें दान करें। केले के वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं।

लाभ: ज्ञान, धर्म और भाग्य में वृद्धि। यात्रा, उच्च शिक्षा और गुरु कृपा प्राप्त होती है।

मकर (Capricorn)

उपाय: काले तिल और गंगाजल से अभिषेक करें। दीप दान करें और शनि मंत्र का जाप करें। लोहे का पात्र मंदिर में दान करें।

लाभ: शनि दोष से मुक्ति, करियर में स्थायित्व। अकस्मात संकटों से बचाव होता है।

 कुंभ (Aquarius)

उपाय: भांग, बेलपत्र और धतूरा चढ़ाएं। गरीबों को वस्त्र दान करें। सूर्यास्त के बाद रुद्राष्टक पढ़ें।

लाभ: नशे और मानसिक तनाव से छुटकारा। मन की स्थिरता और आध्यात्मिकता में वृद्धि।

 मीन (Pisces)

उपाय: शहद, दूध और हल्दी से अभिषेक करें। पीले वस्त्र पहनें और केसर का तिलक करें। मछलियों को आटा खिलाएं।

लाभ: आध्यात्मिक उन्नति और इच्छाओं की पूर्ति। घर में लक्ष्मी का वास होता है।

सावन सोमवार व्रत विधि (Sawan Somwar Vrat Vidhi)

  1. प्रातः ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करें।
  2. साफ वस्त्र पहनें और शिव मंदिर जाएं।
  3. शिवलिंग पर जल, दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से अभिषेक करें।
  4. बेलपत्र, धतूरा, भांग, सफेद पुष्प चढ़ाएं।
  5. “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
  6. शाम को दीपक जलाकर शिव चालीसा, रुद्राष्टक या शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करें।
  7. फलाहार करें और शाम को एक बार भोजन करें।
  8. व्रत कथा जरूर पढ़ें।
  9. पूरे दिन मन, वचन और कर्म से शुद्ध रहें।
  10. सोमवार को क्रोध न करें, झूठ न बोलें और वाणी में मधुरता रखें

सावन के सोमवार के 5 दिव्य लाभ

  1. कर्ज मुक्ति: शिव पूजा से जीवन से आर्थिक संकट दूर होता है।
  2. रोग निवारण: महामृत्युंजय जाप रोगों से रक्षा करता है।
  3. शत्रु पर विजय: रुद्राभिषेक शत्रुओं को परास्त करता है।
  4. मानसिक शांति: शिव ध्यान से चित्त शांत होता है।
  5. मोक्ष प्राप्ति: शिव उपासना से जीवन का अंतिम लक्ष्य सिद्ध होता है

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